Hawaii Ki Bhutni - एक डरावनी और मजेदार हिंदी कहानी | Horror-Comedy
राहुल और टीना, दोनों बचपन के दोस्त थे। कॉलेज खत्म होते ही उन्होंने फैसला किया कि इस बार गर्मियों की छुट्टियों में कहीं बाहर घूमा जाए। दोस्तों से सुन रखा था — हवाई बहुत खूबसूरत जगह है, समंदर, बीच, और एडवेंचर से भरा हुआ। तो बस टिकट बुक हुई और दोनों निकल पड़े।
हवाई पहुँचते ही गर्म हवाओं की खुशबू और समंदर की नमी चेहरे पर महसूस हुई। टीना ने मज़ाक में कहा,
"सुना है यहाँ का सूरज भी डर के निकलता है!"
राहुल ने हँसते हुए जवाब दिया, "हाँ, पर असली डर तो रात का है। मैंने पढ़ा है... यहाँ की रातें डरावनी होती हैं।"
टीना हमेशा रोमांच के पीछे भागती थी। उसके लिए डर तो सिर्फ मसाले की तरह था।
होटल में चेक-इन करते हुए उनकी मुलाकात एक कपल से हुई। बातें करते-करते वो कपल अचानक सीरियस हो गया। लड़की ने धीमे स्वर में कहा,
"क्या तुमने ‘माया’ का नाम सुना है?"
राहुल ने चौंककर पूछा, "कौन माया?"
लड़के ने गंभीरता से कहा, "हवाई की भूतनी। कहते हैं वो इसी इलाके के पास वाले जंगल में रहती है। हर साल कोई न कोई टूरिस्ट गायब हो जाता है। जो भी उसके पीछे जाता है, वापिस नहीं आता।"
इतना सुनना था कि टीना की आँखें चमक उठीं। उसे डर से ज़्यादा एडवेंचर दिख रहा था।
"कल चलते हैं उसी जंगल में!" उसने चहकते हुए कहा। राहुल पहले तो हिचकिचाया, लेकिन फिर हार मान गया।
अगली रात दोनों उस जंगल में पहुँच गए। चारों ओर अजीब सा सन्नाटा था। सिर्फ उनके कदमों की आवाज़ और मोबाइल की टॉर्च की हल्की रौशनी। तभी अचानक पेड़ों के बीच सफेद कपड़ों में लिपटी एक लड़की दिखाई दी। उसके लंबे बाल चेहरे पर झूल रहे थे। वो धीरे-धीरे उनके पास आ रही थी।
"कोई है...? मदद करो..." उसकी आवाज़ काँप रही थी।
टीना ने राहुल की ओर देखा और मुस्कुराई, "कितनी सुंदर है ना?"
राहुल का दिल ज़ोर-ज़ोर से धड़क रहा था। "मुझे तो ये भूत लग रही है। चल वापस चलते हैं!"
लेकिन अचानक ही उस लड़की ने अपना चेहरा ऊपर उठाया। उसकी आँखें... लाल! उसके होंठों पर हल्की मुस्कान थी, जो धीरे-धीरे डरावनी हँसी में बदल गई। हवा तेज़ बहने लगी। पेड़ हिलने लगे। और तभी वो लड़की हवा में ऊपर उठने लगी।
"तुम भी अब यहीं रहोगे... हमेशा के लिए!" वो गरजी।
राहुल और टीना दोनों जान बचाकर भागने लगे। पीछे से उसकी चीखें जंगल में गूंज रहीं थीं। माया हवा में उड़ती हुई उनका पीछा कर रही थी। दौड़ते-दौड़ते टीना गिर पड़ी। माया उसके ऊपर झपट पड़ी।
राहुल ने झट से अपनी जेब से मोबाइल निकाला और उसमें हनुमान चालीसा का म्यूजिक प्ले कर दिया। स्पीकर से आवाज़ गूंजने लगी —
"जय हनुमान ज्ञान गुण सागर..."
भूतनी की चीख जंगल में गूंज गई, "नहीईईईईईई...!"
वो छटपटाती रही और देखते ही देखते धुएं में बदलकर गायब हो गई।
अगली सुबह समंदर किनारे दोनों बालू पर बैठे थे। चेहरे पर थकावट थी, पर आँखों में मुस्कान।
टीना ने हंसते हुए कहा,
"सोच, अगर तेरे फोन की बैटरी खत्म हो जाती तो हम भी 'लापता टूरिस्ट' में आ जाते!"
राहुल भी हंस पड़ा। "अब से हर ट्रिप में हनुमान चालीसा फुल चार्ज रखूंगा!"
समंदर की लहरें किनारे से टकरा रही थीं। सूरज की रोशनी फैल रही थी... लेकिन दूर... बहुत दूर... हवा में एक धीमी-सी हँसी गूंज रही थी... शायद माया अभी पूरी तरह गई नहीं थी।
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समाप्त।
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